अपने भारत के देसी गौ माता के पीठ पर हँम्प (कुकुद) होता है | इस हँम्प से लेकर पूछ तक सूर्य नाड़ी होती है, इस सूर्य केतू नाड़ी को ऊर्जा का रिसीवर कहते है, इस सूर्य केतू नाड़ी से ब्रम्हांड की ऊर्जा गौमाता के शरीर में आती है | इसमें स्वर्ण क्षार की मात्रा अधिक होती है और इस ऊर्जा को गौमाता दूध, गौमूत्र, और गोमय के माध्यम से देती है, इसलिए ऐसे दूध के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, यह अमृत तुल्य दूध छोटे बच्चों के लिए बुद्धिवर्धक तथा सात्विकता बढाता है, इस तरह यह दूध आहार में पोषण तत्व की मात्रा बढ़ा कर उच्चतम आहार बनाता है, इसलिए आयुर्वेद में सर्वौषधीसागर तथा अमृत क्षीर भोजनम कहा गया है | इसके अलावा डायबिटीज (मधुमेह), बीपी, कँन्सर ऐसे अनेकों रोगो पर प्रभावशाली है |
टीप – बीमारी लेकर दवा लेने से अच्छा आयुर्वेदिक / अमृत तुल्य दूध पिकर बिमारी को दूर रखे |




अमृतम क्षीर भोजनम
- आयुर्वेदिक का दूध मृत्यु लोक का अमृत है | मेदिनी कोष में दूध को पीयूष या अमृत कहा है | आयुर्वेदिक दूध को सर्वौषधीसागर कहा है | अर्थात सभी औषधियों का सार (सत्) है देसी गाय का दूध |
- गाय का दूध संपूर्ण खाद्य पदार्थ है, इसमें 85% प्रोटीन होता है | दूध में मौजूद वसा (फॅट) सर्वश्रेष्ठ पदार्थ है |
- देसी गाय का दूध श्रम से उत्पन्न थकन का नाश करने वाला अमृतमय रस है |
- गाय के दूध के कण सूक्ष्म और सुपाच्य होते है | अतः वह मस्तिष्क की सुक्ष्मतम नाड़ियो में पहुंचकर मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है |
- चरक सूत्र स्थान 1 /8 का अनुसार गाय दूध जीवन शक्ति प्रदान करने वाले द्रव्यों में सर्वश्रेष्ठ है |
- निघंटु के अनुसार देसी गाय का दूध रसायन, बलवर्धक, बुद्धिवर्धक, हृदय के लिए हितकारी, आयुप्रद, पुरुषत्वकारक तथा त्रिदोष नाशक (कफ पित्त वात) है |
देसी गिर गोमाता के दूध की विशेषताए
- गाय का दूध ‘आयुवर्धक’ तथा आयु बढ़ाने वाला
- गाय का दूध ‘अक्षि-ज्योति’ आँखों की रोशनी बढ़ाने वाला
- गाय का दूध ‘मेध्य’ मस्तिष्क की मेधा बढ़ाने वाला
- गाय का दूध ‘हृध’ हृदय को बल प्रदान करने वाला
- गाय का दूध ‘वीर्यवान’ तथा वीर्य में वृद्धि करनेवाला
- गाय का दूध ‘बल्य’ बल प्रदान करने वाला
- गाय का दूध रसोत्तम अर्थात सभी रासो में श्रेष्ठ है
- गाय का दूध बच्चो को भविष्य में होने वाली गंभीर एलर्जी से सुरक्षित करता है
- मानव शरीर क्र लिए विटामिन डी के मुख्या स्रोत
- एलोपैथी दवाओं, रासायनिक खादयो, प्रदुषण आदि के कारण हवा, पानी एवं आहार के द्वारा शरीर में जो विष एकत्रित होता है उसे नष्ट की शक्ति गाय के दूध में है |
- प्रतिदिन गाय के दूध के सेवन से तमाम प्रकार के रोग एवं वृद्धावस्था नष्ट होती है |